महिला सुरक्षा को लेकर महिला कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
जावरा, मध्यप्रदेश – मध्यप्रदेश में महिलाओं और नाबालिक बालिकाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों, विशेषकर यौन शोषण और उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर महिला कांग्रेस ने जावरा एसडीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस की रतलाम ग्रामीण अध्यक्ष वंदना राज पुरोहित के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर महिला सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की।
बढ़ते अपराधों के खिलाफ महिला कांग्रेस
महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल के निर्देशन में यह प्रदर्शन किया गया। इस दौरान वंदना पुरोहित ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन भाजपा सरकार इस ओर से आँखें मूंदे हुए है। उन्होंने कहा, "आए दिन नाबालिक बच्चियों के साथ दरिंदगी, महिलाओं का यौन शोषण और उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन सरकार इन मामलों में गंभीरता नहीं दिखा रही है। अपराधियों को सख्त सजा नहीं मिलने से ऐसे जघन्य कृत्य बढ़ते जा रहे हैं।"
महिला सुरक्षा के लिए मांगें
- महिला कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में सरकार से निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- महिला उत्पीड़न और यौन शोषण के मामलों में सख्त कानून बनाया जाए।
- नाबालिक बालिकाओं के साथ होने वाले अपराधों के लिए त्वरित न्याय प्रणाली सुनिश्चित की जाए।
- पीड़ित महिलाओं को तुरंत सुरक्षा और कानूनी सहायता मुहैया कराई जाए।
- महिला थानों की संख्या बढ़ाई जाए और पुलिस को संवेदनशील बनाया जाए।
- महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की जाँच के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित किया जाए।
भाजपा सरकार पर लगे गंभीर आरोप
प्रदर्शन के दौरान महिला कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद से ही महिला सुरक्षा के मामले में सरकार ने लापरवाही बरती है। वंदना पुरोहित ने कहा, "महिलाओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं है। अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। सरकार को महिलाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए।"

महिला सुरक्षा: एक राष्ट्रीय चिंता
मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आँकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में, महिला संगठनों और राजनीतिक दलों का यह दायित्व बनता है कि वे सरकार पर दबाव बनाएं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कानूनी प्रावधान सुनिश्चित करें। महिला कांग्रेस का यह प्रदर्शन न केवल मध्यप्रदेश सरकार के लिए एक चेतावनी है, बल्कि पूरे देश में महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने का एक प्रयास भी है। सरकार को चाहिए कि वह महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और अपराधियों को सख्त सजा दी जा सके। "नारी सुरक्षा, राष्ट्र की सुरक्षा" – इसी नारे के साथ महिला कांग्रेस ने अपनी मांगों को मजबूती से रखा है और सरकार से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की है। अब देखना यह है कि सरकार इस मुद्दे पर कितनी गंभीरता दिखाती है और महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या ठोस कदम उठाती है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख महिला नेत्री
श्रीमती शशि श्रोत्रिय (जिला उपाध्यक्ष), श्रीमती यास्मीन खान (पूर्व जिला अध्यक्ष), श्रीमती संजू भाटी, श्रीमती श्यामा पारखी (पूर्व पार्षद), आरिफा कछावा, निर्मला पुरोहित, राजश्री जाटव, सईद मेव बोरदा, कैलाशी मालवीय, मनोरमा नामदेव, कृष्णा अखेड़िया इसके अलावा, पूर्व सरपंच शंकर लाल मालवीय सहित क्षेत्र की सैकड़ों महिलाएं इस आंदोलन में शामिल हुईं ।

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